बादलों का संगीत, वर्षा की कविता
निर्जल भूमि पर छाए हुए नीले अंधेरी बादियों की आवाज़ सुनकर, मानो प्राण में एक तरल ताजगी भर जाए। यह गाना एक रहस्यमय भावना से भरी होती है, �
निर्जल भूमि पर छाए हुए नीले अंधेरी बादियों की आवाज़ सुनकर, मानो प्राण में एक तरल ताजगी भर जाए। यह गाना एक रहस्यमय भावना से भरी होती है, �
जीवन एक दौड़ लगता है। हम सब हर मंजिल की तलाश में जुटे रहते हैं। लेकिन इसी जंगल में , एक नया रास्ता ढूंढने का चाहिए। और यही जगह है जहाँ शाय